सोमवार, 14 अक्तूबर 2019

जोड़ो के दर्द के लिये आक का औषधिक प्रयोग



भारतीय चिकित्सा विज्ञान में  प्राचीन काल से ही आक एक दिव्य औषधि रही है आक जोड़ो के दर्द और माशपेशियों के दर्द के  लिये बहुत ही लाभदायक है | आक में ऐसे रसायन पाये जाते है जो शरीर के दर्द को खतम करता है विशेषकर गठिया का दर्द , कमर दर्द, घुटने का दर्द , एड़ी का दर्द :- 


आक का पौधा 


1 . एड़ी का दर्द 


 एड़ी का दर्द

 एड़ी का दर्द 


आक के 15 - 20 फूलो को उबाल कर उस पानी से एड़ी की सिकाई करे और उबले हुए फूलो को सूती कपडे की सहयता से बांध ले और यह प्रयोग 10 -15 दिन तक करे इससे दर्द से आराम मिलेगा |


2 . टखने का दर्द 

टखने का दर्द

टखने का दर्द 


आक के पत्ते को तवे पे गर्म करके उसमे सरसो का तेल लगा कर सूती कपडे से टखने पर बांध ले इससे फायदा होगा और अधिक फायदा पाने के लिये बंधे हुए पत्ते पर ही किसी चीज से गर्म सिकाव करे इससे और अधिक फायदा होगा |

3 . घुटनो का दर्द

घुटनो का दर्द

घुटनो का दर्द

 

दोपहर में आक  के डंडी का तजा दूध निकाल कर घुटनो पर मालिश करे यह प्रयोग दिन में 2 बार 10 दिन तक करने से घुटनो का दर्द गायब हो जायगा |

4 . कमर दर्द

कमर दर्द
कमर दर्द

 

आक के दूध के साथ तिल को पीस कर गर्म करे और उसको दर्द वाली जगह पर लगाए इससे दर्द से आराम मिलेगा

सावधानी 

1 . आक  का प्रयोग सूर्य  की रौशनी में ही काम करता है तो इसे सूर्य की रौशनी में ही प्रयोग करे रात  को या बारिश के मौसम में यह काम नहीं करेगा |

2 . अगर किसी को अनीमिया की वजह से दर्द है या फैक्चर या हड्डी टूटने की वजह से दर्द है तो उसमे आक काम नहीं करेगा |

3 . अपनी आँखों से आक को दूर रखे क्योकि आक का दूध आंखों के लिए हानिकारक है |




शनिवार, 5 अक्तूबर 2019

जानिये अखरोट को कब और कैसे खाये और इसके फायदे

अखरोट के लाभ  

अख़रोट अन्य सभी ड्राई फ्रूट से अलग  है अखरोट को अगर सही मात्रा , सही समय और सही तरिके से खाया जाये तो य बहुत ही ज्यादा न्यूट्रेशन फ़ूड है इसके कई सरे लाभ है :




1. त्वचा में चमक 

 अखरोट में Melatonin नाम का एंटी ओक्सिडेंट पाया जाता है इसके अलावा अखरोट में vitamin E ,Polyphenols , Flavonoid , पाया जाता है जो हमारे शरीर से औक्सीडेटिड अस्ट्रेस को काम करके फ्री रेडिकल से होने वाले डैमिज  से बॉडी को प्रोटेक्ट करते है जिससे हमारी त्वचा लम्बे समय तक चमकदार और जवान रहती है | जानिये अखरोट को कब और कैसे खाये और इसके फायदे 

2. कैंसर से बचाव 

 अखरोट में Polyphenols , Ellagitannin , Urolithin जैसे कम्पाउंड पाये  जाते है जिसमे मौजूद एंटी इम्फ्लेमिटिज प्रॉपर्टीज कैंसर सेल्स से लड़ता है |

3. दिमागी ताकत बढ़ाना 

 अखरोट में मौजूद ओमेगा -3 ब्रेन के फंक्सन को मजबूत करता है और इसमें मौजूद Polyphenol और Vitamin -E स्ट्रेस को खतम करके यादास्त को बढ़ाता है ये अल्जाइमर के मरीजों की भी दिमागी ताकत को बढ़ाता है |

4. दिल के लिए फायदेमंद 

हमारे शरीर में अच्छे कॉलेस्ट्रॉल और बुरे कॉलिस्ट्रॉल दोनों पाए जाते है जब बुरे कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है तो शरीर के ब्लड सफ्लाई में रुकावट आती है जिससे दिल की बीमारी हो सकती है | अखरोट में अल्फालिनोलेनिक एसिड पाया जाता है जोकि हमारे शरीर में बूरे कॉलेस्ट्रोल को बढ़ाता है जिससे शरीर में कॉलेस्ट्रोल लेबल ठीक रहता है और दिल की बीमारी होने की संभावना कम हो जाती है |

5. पुरषो में स्पर्म की शक्ति बढ़ाना 

 अखरोट में कई तरह के विटामिन होने के साथ कैल्शियम ,आयरन ,कॉपर,मैगनिशियम ,पौटेशियम ,जिंकऔर सेलेनियम जैसे मिनिरल्स पाये जाते है जोकि मेटपॉलिज्क को कम करके पुरुषो में स्पर्म  की शक्ति को बढ़ते है |जानिये अखरोट को कब और कैसे खाये और इसके फायदे 

6. वजन बढ़ाने और घटाने में मददगार 

 अखरोट में 65% फैट होता है अखरोट में अच्छे फैट होते हिअ जोकि वजन को बढ़ाने   में मददगार होती है और जिनका वजन ज्यादा है उनके शरीर से बैद फैट कम करके वजन कम करता हिअ है |जानिये अखरोट को कब और कैसे खाये और इसके फायदे 

अखरोट खाने का सही समय 


अखरोट में  हाई कैलोरीज , मिनिरल्स और विटामिन अधिक होता है इसलिये इसे उस समय खाना चाहिये जब हमे तुरंत हेल्दी न्यूट्रेशन की जरूरत होती है जिसके लिये सुबह का समय और शाम का समय ठीक है क्योकि इस समय पेट खाली होता है और जोकि हम खाते है वह हमारा शरीर तेजी से शोषित करता है

अखरोट में एक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो है मेलाटोनिन इसलिये ये एक sleeping हॉर्मोन की तरह काम करता है और इसलिए  अखरोट को इस्तेमाल रात कप भी किया जा सकता है |





अखरोट खाने का तरीका 


अखरोट को कितना खाना चाहिये ये उनके फिटनेस पर गोल पाए निर्भर करता है  अगर कोई अपना वजन बढ़ाना चाहता है या घटना चाहता है तो उन्हें 1 - 4 अखरोट खाने चाहिये ोे अगर कोई व्यक्ति सिर्फ हेल्दी रहने के लिये अखरोट खा रहा है और कोई जादा श्रम नहीं करते तो जादा अखरोट का सेवन ठीक नहीं है शुरुआत में 1 - 2  अखरोट खाये फिर बॉडी का रिस्पॉन्स देखते हुए अखरोट की मात्रा घटाये या बढ़ाये

सूखे अखरोट में Tannin और Phytic  Acid काफी मात्रा में पाया जाता है जो हमारे पेट में जाकर वह मौजूद मिनिरल्स के साथ बाइनिंग करके फाइटेड बनता है जोकि शरीर में नुट्रिशन औब्जर्वेसन में बाधा डालकर पाचन क्रिया को धीमा कर देता है इसलिए अगर हम अखरोट को खाने से पहले पानी में 7 -8 घंटे भिगो दे तो  इसमें मौजूद Phytic एसिड  पानी में मौजूद मिनिरल्स के साथ बाइनिंग करके अखरोट से बहार निकल जाता यही इसलिए भींगे हुए अखरोट सूखे अखरोट के मुकाबले आसानी से पच  जाता है |


अखरोट किसे खाने चाहिये और किसे नहीं 


अखरोट में कई फायदे होने के साथ कुछ नुकसान भी है यह टॉप एलर्जिक फ़ूड है यह हर किसी को सूट नहीं करता और कभी कभी इससे त्वचा में रेसेस भी हो जाते है जिन लोगो को पिम्पल की समस्या हो उन्हें अखरोट नहीं खाने चाहिये और अगर खाये भी तो काम मात्रा में खाये |









शुक्रवार, 4 अक्तूबर 2019

मखाना खाने से होते है 9 प्रकार के फायदे


मखाना एक उत्तम और पौष्टिक नाश्ता है यह कई स्वस्थ सम्बन्धी समस्याओ को खतम करता है | मखाना हृदय और किडनी को स्वस्थ रखता है और यह  डायबिटीज , ब्लड प्रेसर जैसी बीमारियों में भी सुधार लता है इसके अलाव ये क्रोध को कम करता है | पाचन को बेहतर बनता है और कब्ज को दूर करता है | यह त्वचा से झुर्रियों को खतम करता है और फैट को भी खतम करता है और  यह नींद की समस्या को भी खत्म करता है , यह महिला और पुरुषो में यौन समस्या को भी दूर करता है मखाना कई बीमारियों में लाभदायक है :-




1. मधुमेह  :- मखना डायबिटीज के मरीजो के लिए उत्तम है यह खून में शुगर को नियंत्रित करता है |

2. ब्लड प्रेसर :- मखाने में पोटैशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है जो ब्लड के प्रेसर को कंट्रोल करता है यह सोडियम पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है जो व्यक्ति हाई  ब्लड प्रेसर और तनाव से पीड़ित हो उनके लिए मखाने का सेवन लाभदायक है |

3. अनिंद्रा :- मखाने नींद से सम्बंधित सभी समस्याओ का उपचार है यह तनाव को दूर कर शांतिपूर्ण नींद दिलाता है इसमें प्रशांति के गुण  पाए जाते है जो घबराहट और बेचैनी दूर करने में लाभदायक है | मखाने खाने से तंत्रिकाओं में आराम मिलता है और बेहतर नींद आती है यह रक्तवाहिकाओं की प्रेसर प्रकिया में भी मदद करता है |

4. दस्त :- दस्त का घरेलू इलाज है माखना घी में भुने हुए मखाने खाने से दस्त में आराम मिलता है इसमें उच्च मात्रा में कास्टिंग गुण  होते है जो दस्त को ठीक करते है यह भूख को भी बढ़ाता है |

5. कब्ज से राहत :- मखाने में फायबर ज्यादा पाया जाता है जो की कब्ज को खतम करता है |

6. यौन रोग :- अनियमित जीवनशैली यौन  रोग का मुख्य कारण  है मखाने का सेवन करने से यौन  रोग की समस्या ठीक होती है और वीर्यपात और  शीघ्रपतन जैसी समस्याओ में सुधार अता है और यह सेक्स की इच्छा  को बढ़ाता है और शुक्राणुओ  की गुणवत्ता को बढ़त है और यह महिलाओ में भी यौन विकार को दूर करता है |

 7. गर्भावस्था में :- यह माँ और बच्चे दोनों के लिए लाभदायक है यह गर्भावस्था के बाद आने वाली कमजोरी को दूर करता है | मखाने में कैल्सियम होता है जो गर्भावस्था में लाभदायक है |

8. वजन काम करना :- मखाना शक्ति और ऊर्जा का स्रोत है यह शरीर में फैट  को काम करता है स्वस्थ वजन ही बढ़ाता है मखाने में प्रोटीन अधिक मात्रा में होता यही जो की फैट  को काम करता है |

9. झुर्रियों से छुटकारा :- मखाने में मौजूद फ़्लैमिनाइट ऐंटीऔक्सीडेंट का स्रोत है यह त्वचा को पोषित कर सुन्दर बनता है

मखाना खाने का तरीका 

1. मखाने को भून कर खा सकते है |
2. मखाने को घी  में फ्राई करके खा सकते है |
3. इसको खीर और अन्य मलाईदार वयंजन में भी डालकर खा सकते है |





   

प्रेगनेंसी में खजूर खाने से होते कई लाभ


गर्भावस्था में गर्भवती को कई न्यूट्रेशन  मिनिरल और विटामिन की जरुरत होती है और खजूर में काफी मात्रा में कैलोरीज, प्रोटीन ,फाइबर, फैट, फ्लोट ,आयरन विटामिन- के ,मैगनेशियम और पोटैशियम होता है और ये वो  सारे पोषक तत्व है जोकि एक गर्भवती के लिये बहुत आवश्यक होते है गर्भावस्था के आखरी 5 -6 महीने में खजूर खाये इसके बहुत सारे लाभ है 



1. एनर्जी बूस्टर :-  खजूर में काफी मात्रा में कैलरीज होती है जिसको खाने से पूरे दिन के लिये एनर्जी मिलती है

2. शुगर कंट्रोल करना :- इसमें पाया जाने वाला फ्रुक्टोस  (fructose ) एक प्रकार का शुगर है और यह नेचुरल शुगर से अलग है फ्रुक्टोस ब्लड में शुगर को नियंत्रित करता है |

3. गर्भाशय की संवेदनशीलता को बढ़ाना :- खजूर में पाया जाने वाला ऑक्सिटॉसिन (oxytocin) गर्भाशय की संवेदनशीलता को बढ़ाता है जिससे नार्मल डिलीवरी के ज्यादा चांस हो जाते है |

4. बच्चे के विकास में सहायक :- खजूर में प्रोटीन काफी मात्रा में होता है और प्रोटीन बच्चे के विकास में मदद करता है |


5. कब्ज से रहत :- गर्भावस्था में महिलाओ को कब्ज और अपच की समस्या हो जाती है और खजूर में काफी मात्रा में फायबर होता है जो की इन सभी पेट की समस्या को खतम करता है |

6. महिलाओ में स्तन दूध बढ़ना :- खजूर गर्भावस्था के बाद महिलाओ में दूध के उत्पादन को बढ़ाता है और दूध की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है |


प्रेगनेंसी में खजूर किस महीने से खाये :

1. खजूर बहुत ही गर्म होता है इसलिए अपनी प्रेगनेंसी के शुरुआत के 3 - 4 महीने तक खजूर न खाये इससे गर्भपात की संभावना बढ़ सकती है इसलिए प्रेगनेंसी  के 5 महीने से खजूर खाना शुरू करे |

2. शुरू में खजूर की मात्रा 3 - 4  ही रखे |

3. धीरे- धीरे खजूर की मात्रा बढ़ाये और आखरी महीने में 10 -12  खजूर खाये |





गुरुवार, 3 अक्तूबर 2019

एलोवेरा के अनगिनत हैं फायदे आप जान के हैरान रह जाएंगे

एलोवेरा के फायदे तो अनगिनत हैं। कुछ फायदों के बारे में तो आप पक्का जानते हैं। पर आज हम आपको इस पौधे  के गुण और लाभ के बारे में बात करेंगे 

एलोवेरा के फायदे
एलोवेरा के फायदे
1. एलोवेरा का प्रयोग एक पौष्टिक आहार के रूप में भी होता है। इस मिनरल्स, विटामिन उपयुक्त  मात्रा में होता ै है 
2. एलोवेरा जूस प्रतिदिन  सेवन से दिन भर शरीर में ताकत और फुर्ती बनी रहती है।
3. एलोवेरा बवासीर जैसे रोग में फ़ायदेमंद है।
4. एलोवेरा डाय के रोगियों के लिए फ़ायदेमंद है।5. एलोवेरा गर्भाशय के विभिन्न रोगों में यह चमत्कारी है।
एलोवेरा के फायदे
एलोवेरा के फायदे
6. एलोवेरा पेट से संबधित समस्याओं में फ़ायदेमंद है।
7. एलोवेरा जोड़ों के दर्द में काफी फ़ायदेमंद है
8. एलोवेरा त्वचा की तमाम समस्याएं जैसे मुंहासे,रूखी त्वचा,धूप से झुलसी हुई त्वचा,झुर्रियां,चेहरे के दाग-धब्बों, आंखों के काले घेरों, एफटी एल्स के लिए यह काफी फ़ायदेमंद है।
9. एलोवेरा  खून की कमी को दूर करता है और शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
10. एलोवेरा जलने, कटने पर,लगाने से अपने एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल गुण के कारण घाव  को जल्दी भरता है।
11. एलोवेरा रक्त में शुगर लेवेल को नियंत्रित रखता है।
12. एलोवेरा मच्छर से भी त्वचा को सुरक्षित रखता है, 
एलोवेरा के फायदे
13. एलोवेरा जेल या रस में मेहंदी में बालों में लगाने से बालो के लिया फ़ायदेमंद होता है 
14. एलोवेरा की पत्तियों का सेवन करने से पेट में कब्ज की समस्या में फ़ायदेमंद होता है
15. एलोवेरा जलने कटने के घावों पर मरहम की तरह काम करने के साथ साथ उनके निशानों पर भी अच्छी तरह से काम करता है।
16. रोज एलोवेरा जूस को पीने से शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।
17. एलोवेरा में बैक्टीरिया और फंगस से लड़ने की अद्भुत क्षमता होती है। ये डैंड्रफ दूर करने में काफी उपयोगी है।
18. एलोवेरा का कोई भी अतिरिक्त प्रभाव नहीं होता है। शरीर में रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाकर खून की कमी को पूरा करता है।
एलोवेरा के फायदे
19. एलोवेरा जूस के नियमित इस्तेमाल से वजन बड़ी आसानी से घट जाता है।
20. एलोवेरा को घरेलू फेसवास बना कर भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
21. एलोवेरा के रस में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर सिर में लगाने से सिर दर्द में  फ़ायदेमंद है।
22. एलोवेरा का जूस पीने से पीलिया में भी फायदा पहुँचता है।
23. गर्भावस्था के दौरान पेट पर आने वाले स्ट्रेच निशान दूर करने में एलोवेरा बेहद लाभकारी है।
एलोवेरा के फायदे
24. एलोवेरा का उपयोग करने से ये आंखों का भी बचाव करता है और साथ ही साथ बालों को मजबूती मिलती है।
आप जान के हैरान रह जाएंगे 

बुधवार, 2 अक्तूबर 2019

अनार खाने से होते है कई फायदे



अनार विटामिन्स और मिनिरल्स का खजाना है इसमें फाइबर ,विटामिन सी ,विटामिन के और विटामिन बी ,लोहा ,फास्फोरस ,फोलिक ,मैगनीशियम ,पोटैसियम ,शैलेनियम, ज़िंक, ओमेगा 6 ,फैटिएसिड  जैसे मिनिरल्स भरपूर मात्रा में पऐ जाते है | 

     
अनार पाचन को बढ़ाता है और डायरिया जैसी बीमारी को खतम करता है यह कफ और पित की समस्या को ठीक करता है | अनार खाने के कई फायदे है जैसे :-

1. त्वचा में चमक लाना :- अनार विटामिन सी और एंटी ओक्सिडेंट का स्रोत है यह बढ़ती उम्र की त्वचा को पोसन  देता है और झुर्रियों को खत्म करता है और त्वचा को जवान बनाये रखता है | 

2. हृदय रोग से बचाना :- अनार रक्त धमनियों को पोषित कर रक्त के प्रवाह को ठीक करता है और दिल के दौरे की संभावना को काम करता है |

3. रक्तचाप नियंत्रित करना :- अनार एंटी ऑक्सीडेंट है और विटामिन सी और नाइट्रिक ऑक्साइड का स्रोत भी है यह रक्तचाप को नियंत्रित रखता है और उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए फायदेमंद है |

4. स्मरण शक्ति को बढ़ाना :- अनार स्मरण शक्ति को बढ़ाता है और दिमाग की क्रिया में सुधर लता है यह बढ़ती उम्र में दिमाग की समस्या को भी ठीक करता है |

5. शरीर को तजा रक्त है :- अनार में अंटीप्लयेमेंट गुण है जो पुरे स्वास्थ्य को ठीक रखते है और स्वास्थ्य ठीक रहेगा तभी हम तरोताजा दिखेंगे | इसके अलावा अनार मुँह को स्वस्थ रखने में मदद करता है यह पयिरिया ,मसूड़ों की सूजन को ठीक करता है |

6. जोड़ों  का दर्द ठीक करना :- अनार जोड़ों के अकड़न और सूजन को काम करता है अनार के जूस और तेल को मिलकर मालिश  करने से भी फायदा होता है |

7. अनीमिया का इलाज :- शरीर में रक्त की कमी के कारण अनीमिया रोग होता है |  अनार रक्त में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाता है और आइरन की कमी को दूर करके हीमोग्लोबिन बढ़ाता हैं और शरीर में रक्त क कमी को दूर करता है |

8. कैंसर का इलाज :- अनार कैंसर की कोशिकाओं को ख़त्म करता है यह स्तन कैंसर और त्वचा कैंसर से बचाव करता है |

9. डायबिटीज को काम करना :- अनार शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को बढ़ाता है और अनार में फलिन पाया जाता है जो डायबिटीज को कंट्रोल करता है |

10. प्रजनन क्षमता को बढ़ाना :- गर्भधारण की क्षमता को बढ़ाने के लिए अनार के बीज और अनार के तने की छाल को बराबर मात्रा में मिलकर पाउडर बनाकर गरम पानी के साथ कुछ दिनों तक आधा चम्मच लेने से गर्भधारण की क्षमता बढ़ जाती है |  अनार में विटामिन सी , विटामिन के और  फोलिक एसिड होता है जो गर्भ में बच्चे के विकास में सहायक होता है |
 



















जानिए मूली खाने से होते है कितने फायदे

मूली पारंपरिक औषधीय उपयोग के लिए मूली को अच्छी मना जाता है। मूली का उपयोग सदियों से लोक उपचार के रूप में किया जाता रहा है। इनका उपयोग आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में कई स्थितियों जैसे बुखार, गले में खराश, पित्त विकार और सूजन के इलाज के लिए किया जाता है।


जानिए मूली खाने से होते है कितने फायदे
मूली खाने से होते है कितने फायदे 

जानिए मूली खाने से होते है कितने फायदे 

1. मूली को अपने कहने में जरूर शामिल करें 


 मूली परोसने वाले 1/2-कप में लगभग 12 कैलोरी होती है और वस्तुतः कोई भी वसा नहीं होती है,

मूली विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है। विटामिन सी एक एंटीऑक्सिडेंट है जो आपके शरीर में मुक्त कणों से लड़ाई में मदद करता है और उम्र बढ़ने, एक अस्वास्थ्यकर जीवन शैली और पर्यावरण विषाक्त पदार्थों के कारण कोशिका क्षति को रोकने में मदद करता है। कोलेजन उत्पादन में विटामिन सी भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो स्वस्थ त्वचा और रक्त वाहिकाओं का स्वस्थ रखती है |

मूली में कम मात्रा में में होते ये तत्व 

पोटैशियम
फोलेट
राइबोफ्लेविन
नियासिन
विटामिन बी -6
विटामिन K
कैल्शियम
मैग्नीशियम
जस्ता
फ़ास्फ़रोस
तांबा
मैंगनीज
सोडियम

2. मूली में कैंसर रोधी  गुण होते है 

मूली जैसी सब्जियों का सेवन करने से कैंसर को रोकने में मदद मिल सकती है। मूली  में ऐसे यौगिक तत्व  होते हैं जो पानी के साथ मिलकर आइसोथियोसाइनेट में टूट जाते हैं। आइसोथियोसाइनेट्स कैंसर पैदा करने वाले पदार्थों के शरीर को शुद्ध करने और ट्यूमर के विकास को रोकने में मदद करते हैं।

 मूली के जड़ के अर्क में कई प्रकार के आइसोथियोसाइनेट्स पाए गए, जो कुछ कैंसर सेल लाइनों में कोशिका मृत्यु का कारण बने।

3. मूली एक स्वस्थ पाचन तंत्र के लिया जरुरी तत्व है 

मूली का 1/2-कप प्रयोग कर के आपको 1 ग्राम फाइबर देता है। प्रत्येक दिन एक दो बार  खाने से आपको अपने दैनिक फाइबर सेवन लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलती है। फाइबर आपकी आंतों के माध्यम से कचरे को स्थानांतरित करने में मदद करने के लिए अपने मल को ऊपर उठाकर कब्ज को रोकने में मदद करता है। फाइबर आपकोब्लड शुगर के स्तर को प्रबंधित करने में भी मदद कर सकता है, और इसे वजन घटाने और कम कोलेस्ट्रॉल से जोड़ा गया है।

मूली के पत्ते विशेष रूप से फायदेमंद हो सकते हैं।  मूली के पत्ते पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए फाइबर का एक अच्छा स्रोत हैं।

 मूली का रस गैस्ट्रिक ऊतक की रक्षा करके और म्यूकोसल बाधा को मजबूत करके गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में मदद कर सकता है। म्यूकोसल बाधा आपके पेट और आंतों को अमित्र सूक्ष्मजीवों और हानिकारक विषाक्त पदार्थों से बचाने में मदद करती है जो अल्सर और सूजन का कारण हो सकते हैं।

जानिए मूली खाने से होते है कितने फायदे
 मूली खाने से होते है कितने फायदे 


4. मूली में फंगस रोधी गुण

मूली एक प्राकृतिक फंगस रोधी  है। वे फंगस रोधी प्रोटीन होते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि कैंडिडा अल्बिकैंस में कोशिका मृत्यु का कारण बनता है, जो आम तौर पर मनुष्यों में पाया जाने वाला एक सामान्य कवक है। जब कैंडिडा एल्बीकैंस अधिक हो जाता है, तो यह योनि खमीर संक्रमण, मौखिक खमीर संक्रमण  और आक्रामक कैंडिडिआसिस का कारण बन सकता है।

5. ज़ेन (एक जहरीला फंगस )प्रभाव को कम करने में मदद करता है 

ज़ेर्लेनोन (ज़ेन) एक जहरीला कवक है जो कई मकई फसलों और जानवरों के भोजन पर हमला करता है। यह मनुष्यों में प्रजनन संबंधी समस्याओं से जुड़ा हुआ है, हालांकि मनुष्यों के लिए जोखिम छोटा माना जाता है। 

मंगलवार, 1 अक्तूबर 2019

पेट के बल सोने के नुकसान


बहुत से लोगो को पेट के बल सोने की आदत होती है जिसके बहुत सरे नुकसान है | पेट के बल सोने से शरीर में ब्लड सरकुलेशन सही से नहीं हो पता जिसकी वजह से कई हेल्थ प्रॉब्लम होते है | 


पेट के बल सोने के नुकसान
पेट के बल सोने के नुकसान


1. Back pain (कमर दर्द ) :- पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डी अपने नेचुरल सेप में नहीं रहती है जिसकी वजह से कमर दर्द जैसी समस्या हो जाती है | 

2. Muscles pain (मांसपेशियो में दर्द ) :- जब हम पेट के बल सो रहे होते है तो पूरी शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से नहीं हो पता है जिसकी वजह से मांसपेशियों में दर्द हो जाता है |

3. Joint pain (जोड़ो का दर्द ):- पेट के बल सोने से रीढ़  की हड्डी सही पोजीसन में नहीं रहती है जिसकी वजह से जोड़ो में दर्द की समस्या हो सकती है |

4. Headache (सर दर्द ) :- पेट के बल सोने से गर्दन का पास्चर गलत हो जाता है जिसकी वजह से ब्रेन तक सही तरीके से ब्लड सफ्लाई नहीं हो पता और सर दर्द होता है |

5. Pimple  and wrinkled (पिम्पल और झुर्रिया ):- पेट के बल सोने से चेहरा एक तरफ से  दबा रहता है जिसके वजह से चेहरे को पूरा औक्सीजन नहीं मिल पता और चेहरे पर पिम्पल्स और झुर्रिया आ जाती है |

6. Indigestion (अपच ) :- पेट के बल सोने से खाना सही तरिके से डाइजेस नहीं हो पता है जिसके कारन कब्ज और गैस की प्रॉब्ल होती है |

7. Death (मौत ):-  पेट के बल सोने से ब्रेन को पूरा औक्सीजन नहीं मिल पता है जिसके वजह से मिर्गी के पेसेंट की मौत तक हो सकती है |

आकर्षण का सिद्धांत

आकर्षण का सिद्धांत (The Low Of Attraction)

The Low Of Attraction

The Low Of Attraction


आकर्षण का सिद्वांत यह  कहता है की हम जिस चीज की प्रबल इच्छा करते है हम उसी चीज को अपनी और आकर्षित करते है | 

इसका मतलब है की हम जो भी दिल से चाहे उसे ही पाते है भगवान बुद्ध ने कहा है की "हम जो कुछ भी है वो हमने आज तक क्या सोचा इस  बात का परिणाम है " इस आकर्षण के सिद्धांत पर स्वामी  विवेकानन्द जी ने कहा है की "हम वो है जो हमें हमारी सोच ने बनाया है इसलिए इस बात का ध्यान रखिये की आप क्या सोचते है  हमारे शब्द गौण है विचार रहते है वे दूर तक यात्रा करते  है "| 

आकर्षण का सिद्वान्त यह ही कहता है की अपकी  सोच ही हकीकत बनती है उदाहरण के लिये अगर आप सोचे की आपके पास बहुत पैसा है तो सच में आपके पास बहुत पैसा आ जाता है उसी तरह अगर आप सोचते है की मैं हमेशा गरीब ही रह जाऊंगा तो ये भी सच हो जाता है यानी की हम अपनी सोच के दम पर जो चाहे बन सकते है | 

आकर्षण का सिद्वान्त कैसे हमारे जीवन को उन्नत बनता है 

1 सकारात्मक सोच 

आकर्षण का सिद्वान्त कहता है की सकारात्मक सोचो तो सकारात्मक होगा जैसा सोचोगे वैसा होगा क्या आप जानते है की कोई व्यक्ति अपनी जिंदगी में बहुत सफल हो जाता है और दूसरी तरफ उससे भी जादा होशियार व्यक्ति अपनी जिंदगी में असफल हो जाता है ऐसा क्यों होता उसका कारण है उनकी सोच जो इंसान नकारात्मक सोचता है उसे असफलता मिलती है | 

2. आत्मविश्वास को बढ़ना 

कई बार हम अच्छा सोचते है लेकिन अच्छा होता नहीं क्यों इसका कारण है की हमअपनी योग्यता पर विश्वास नहीं करते है की हम सफल होंगे या नहीं जब हमारा आत्मविश्वास कमजोर होगा तो वहां  आकर्षण का सिदान्त काम नहीं करेगा | तो अपने आत्मविश्वास को बढ़ाये की मैं कर सकता हूँ तभी आप सफल होंगे | 

सकारात्मकता को कैसे बढ़ाए 

1. हमेसा सकारात्मक रहे | 
2. किसी भी काम को शुरू करने से पहले सोचे की यह बहुत अच्छा काम है | 
3. इसमें मै सफल होऊंगा|  
4. इससे मुझे फायदा होगा | 
5. मै इसे आराम से कर सकता हूँ | 

आत्मविश्वास  को कैसे बढ़ाये 

1. महत्वपूर्ण दिखे इससे आपको खुद को महत्वपूर्ण समझने में मदद मिलेगी | 
2. अपने काम को महत्व दे तभी आप अपने काम को जोश से कर पायंगे | 
3. अपनी शक्तियों पर फोकस करे कमजोरी खुद खत्म  हो जायगी और आत्मविश्वास बढ़ेगा  | 


आकर्षण के सिद्धांत से अपना लक्ष्य कैसे पाए 

1. आपका लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिये | 
2. विश्वास रखिये आपकी मांग पूरी होगी | 
3. मन लीजिये की आपका लक्ष्य प्राप्त हो गया है और उसे जिये |
4. अपनी अवचेतन मन (subconscious mind) की शक्ति का प्रयोग करे अपने आप को बार - बार लक्ष्य की तरफ सोचने पर मजबूर करे | 
 आकर्षण के सिद्धांत पर विश्वास करिये आप जरूर सफल होंगे