भारतीय चिकित्सा विज्ञान में प्राचीन काल से ही आक एक दिव्य औषधि रही है आक जोड़ो के दर्द और माशपेशियों के दर्द के लिये बहुत ही लाभदायक है | आक में ऐसे रसायन पाये जाते है जो शरीर के दर्द को खतम करता है विशेषकर गठिया का दर्द , कमर दर्द, घुटने का दर्द , एड़ी का दर्द :-
आक का पौधा |
1 . एड़ी का दर्द
एड़ी का दर्द |
आक के 15 - 20 फूलो को उबाल कर उस पानी से एड़ी की सिकाई करे और उबले हुए फूलो को सूती कपडे की सहयता से बांध ले और यह प्रयोग 10 -15 दिन तक करे इससे दर्द से आराम मिलेगा |
2 . टखने का दर्द
टखने का दर्द |
3 . घुटनो का दर्द
घुटनो का दर्द |
दोपहर में आक के डंडी का तजा दूध निकाल कर घुटनो पर मालिश करे यह प्रयोग दिन में 2 बार 10 दिन तक करने से घुटनो का दर्द गायब हो जायगा |
4 . कमर दर्द
कमर दर्द
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आक के दूध के साथ तिल को पीस कर गर्म करे और उसको दर्द वाली जगह पर लगाए इससे दर्द से आराम मिलेगा
सावधानी
1 . आक का प्रयोग सूर्य की रौशनी में ही काम करता है तो इसे सूर्य की रौशनी में ही प्रयोग करे रात को या बारिश के मौसम में यह काम नहीं करेगा |2 . अगर किसी को अनीमिया की वजह से दर्द है या फैक्चर या हड्डी टूटने की वजह से दर्द है तो उसमे आक काम नहीं करेगा |
3 . अपनी आँखों से आक को दूर रखे क्योकि आक का दूध आंखों के लिए हानिकारक है |